Sunday, September 2, 2012

'पूर्ण स्वराज'

"महात्मा गाँधी हमारे राष्ट्रपिता हैं और हर पिता का एक सपना होता है अपने घर को लेकर के । गाँधी जी ने अपने घर- भारत की आजादी का सपना देखा था। अपने इसी सपने को उन्होंने  'स्वराज' नाम दिया था । गाँधी जी की दृष्टि में आजादी का मतलब भारत में ब्रिटिश शासन के अंत मात्र से नहीं था, उनकी निगाह में 'पूर्ण स्वराज' प्राप्त करना असल आजादी था । आज के सन्दर्भ में देश जिन आर्थिक, सामाजिक एवं राजनैतिक परिस्थितियों से गुजर रहा है उससे स्पष्ट प्रतीत होता है कि अभी हमारे देश से केवल ब्रिटिश शासन का अंत हुआ है । महात्मा गाँधी का 'स्वराज' अभी आना शेष है।"
- प्रियदर्शन शास्त्री 

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