Saturday, October 6, 2012

गौरक्षा

हिन्दुत्व का केंद्रीय तत्व गाय की रक्षा है | मेरे लिए गौरक्षा मानव के विकास में सबसे अधिक आश्चर्यजनक परिदृश्य है | ये मानव को मानव प्रजाति से भी आगे लेजाता है| मेरे लिए गाय का मतलब पूरे के पूरे एक उप-मानव संसार से है | गाय के द्वारा मानव सभी प्राणियों में अपनी पहचान बनाने के लिए आदेशित है। गाय को ही मोक्षदात्री क्यों चुना गया है ये मेरे लिए प्रत्यक्ष है। भारत में गाय एक सर्वोत्तम साथी थी। वह बहुत कुछ देने वाली रही है। गाय ने हमें न केवल दूध ही नहीं दिया है बल्कि खेती को भी इसने सरल तरीका दिया है। यह लाखों भारतीय आदमियों की माता है। गौरक्षा का मतलब है भगवान के द्वारा बनाए गए इस कूड़े के ढेर को (संसार) बचाना है। प्राचीन समय में इस (संसार) को बनाने वाला जो कोई भी रहा हो उसने गाय से शुरुवात की होगी। गौरक्षा हिन्दुत्व की ओर से संसार को एक भेंट है। हिन्दुत्व तब तक रहेगा जब तक हिन्दू गौरक्षा करते रहेंगे। हिन्दूओं की पहचान तिलक से नहीं होगी, न ही शुद्ध मन्त्रों के उच्चारण से होगी, न ही तीर्थों से होगी और न ही जाती के नियमों के बारीकी से पालना से होगी बल्कि गौरक्षा से ही होगी।- Young India, 6-10-‘21

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